CURRENT AFFAIRS 15 SEPT 2021
1. 14 सितंबर को देश भर में मनाया गया हिंदी दिवस
प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को देश भर में ‘हिंदी दिवस’ मनाया जाता है। भारत में 14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा ने भारत संघ की आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी भाषा को स्वीकृति दी थी, जिसे भारत के संविधान द्वारा अनुमोदित किया गया था।
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया।
यद्यपि आज़ादी के बाद हिंदी एवं अंग्रेज़ी दोनों को भारत की भाषा के रूप में चुना गया और संविधान सभा ने देवनागरी लिपि वाली हिंदी के साथ ही अंग्रेज़ी को भी आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया किंतु वर्ष 1949 में 14 सितंबर के दिन संविधान सभा ने हिंदी को ही भारत की राजभाषा घोषित किया।
राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्द्धा के आग्रह पर वर्ष 1953 से पूरे भारत में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था। हिंदी विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली पाँच भाषाओं में से एक है। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को ‘विश्व हिंदी दिवस’ मनाया जाता है।
2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी की रखी आधारशिला
14 सितंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखी। इस विश्वविद्यालय की स्थापना राज्य सरकार द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद् और समाज सुधारक राजा महेंद्र प्रताप सिंह की स्मृति एवं सम्मान में की जा रही है।
वर्ष 1886 में उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में शाही परिवार में जन्मे महेंद्र प्रताप सिंह एक समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी एवं मार्क्सवादी क्रांतिकारी थे। ‘मुहम्मदन एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेजिएट स्कूल’ (वर्तमान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय) के पूर्व छात्र के रूप में राजा महेंद्र प्रताप सिंह काफी कम उम्र से ही राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय हो गए थे।
उन्होंने कॉलेज के अपने साथी छात्रों के साथ वर्ष 1911 के ‘बाल्कन युद्ध’ में भी हिस्सा लिया था। भारत को आज़ादी मिलने के बाद वह वर्ष 1947 में देश वापस लौटे आए। वह वर्ष 1957 में मथुरा से लोकसभा के लिये चुने गए, जहाँ उन्होंने तत्कालीन जनसंघ के उम्मीदवार अटल बिहारी वाजपेयी के विरुद्ध निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ा था।
दादाभाई नौरोजी और बाल गंगाधर तिलक के भाषणों से प्रभावित होकर महेंद्र प्रताप स्वदेशी आंदोलन से काफी गहराई से जुड़े थे। राजा महेंद्र प्रताप सिंह, जिन्होंने स्वयं को ‘शक्तिहीन और कमज़ोर नौकर’ के रूप में संबोधित किया था, को वर्ष 1932 में नोबल शांति पुरस्कार के लिये नामांकित किया गया था।
वह 1 दिसंबर,
1915 को काबुल में स्थापित भारत की पहली अनंतिम निर्वासित सरकार के अध्यक्ष भी थे। वर्ष 1979 में राजा महेंद्र प्रताप सिंह की मृत्यु हो गई।
3. पारादीप पोर्ट पर लगाया नया मोबाइल एक्स-रे कंटेनर स्कैनिंग सिस्टम
हाल ही में पारादीप पोर्ट द्वारा पारादीप इंटरनेशनल कार्गो टर्मिनल (PICT) के पास एक मोबाइल एक्स-रे कं
टेनर स्कैनिंग सिस्टम (MXCS) स्थापित किया गया है। इसे बंदरगाह पर कंटेनरों के भौतिक परीक्षण और उनके वहाँ रहने की अवधि को कम करने के उद्देश्य से ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस (EoDB) पहल के तहत स्थापित किया गया है।
यह आंतरिक इलाकों के उद्योगों की लंबे समय से चली आ रही आवश्यकता को पूरा करने के लिये बंदरगाह के माध्यम से कंटेनरों में बिना कटा हुआ धातु स्क्रैप सामग्री की आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगा।
इससे पारादीप बंदरगाह पर कंटेनर की मात्रा को बढ़ाने और रसद लागत को कम करने तथा एक्जिम (निर्यात-आयात) व्यापार में मदद मिलने की आशा है।
पारादीप पोर्ट
यह भारत के पूर्वी तट पर एक प्राकृतिक, गहरे पानी का बंदरगाह है, जो ओडिशा में महानदी और बंगाल की खाड़ी के संगम पर स्थित है। कोलकाता के दक्षिण में 210 समुद्री मील और विशाखापत्तनम के उत्तर में 260 समुद्री मील की दूरी पर स्थित है।
यह पोर्ट, पारादीप पोर्ट ट्रस्ट (PPT) द्वारा प्रशासित है। PPT इसका प्रशासन बंदरगाह ट्रस्ट अधिनियम, 1963 के तहत करता है। PPT को वर्ष 1966 में लौह अयस्क के निर्यात के लिये एक मोनो कमोडिटी पोर्ट के रूप में कमीशन किया गया था।
4. घरों में इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्ज करने की सुविधा देने वाला पहला देश होगा इंग्लैंड
ब्रिटिश सरकार जल्द ही इंग्लैंड में सभी नवनिर्मित घरों और कार्यालयों में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जर लगाना अनिवार्य करने हेतु एक कानून पेश करेगी।
इस कानून के मुताबिक, सभी नए घरों और कार्यालयों में ‘स्मार्ट’ चार्जिंग डिवाइस की सुविधा उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा, जो ऑफ-पीक अवधि के दौरान वाहनों को स्वचालित रूप से चार्ज कर सकेगा। इसके अलावा नए कार्यालय ब्लॉकों के लिये प्रत्येक पाँच पार्किंग स्थानों हेतु चार्ज प्वाइंट स्थापित करने की आवश्यकता होगी।
नया कानून इंग्लैंड को दुनिया का ऐसा पहला देश बना देगा, जहाँ सभी नए घरों में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये चार्जर की व्यवस्था करना अनिवार्य होगा। यह पहल इंग्लैंड में इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी, क्योंकि चार्जिंग स्टेशनों की कमी इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के विकास में एक बड़ी बाधा है और यही कारण है कि प्रायः लोग इलेक्ट्रिक कारों की ओर ट्रांज़िशन करने में परेशानी का सामना करते हैं।
यह प्रस्ताव वर्ष 2030 में ब्रिटेन के नए जीवाश्म ईंधन वाले वाहनों पर प्रतिबंध लगाने से पूर्व इंग्लैंड में चार्जर्स की संख्या को तेज़ी से बढ़ाने संबंधी कार्यक्रम का हिस्सा है।
5. छत्तीसगढ़ सरकार ने शुरू किया 'बाजरा मिशन'
सितंबर, 2021 में छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने राज्य को बाजरा हब बनाने के उद्देश्य से ‘बाजरा मिशन’ (Millet
Mission) की औपचारिक शुरुआत की। इस मिशन के तहत भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान (Indian Institute of
Millet Research- IIMR), हैदराबाद ने राज्य के 14 ज़िलों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
यह पहल राज्य को भारत का बाजरे का हब बनाने के मुख्यमंत्री के विजन की दिशा में भी एक कदम है। बाजरा मिशन के तहत किसानों को अन्य महत्वपूर्ण लाभों में बाजरा के लिए इनपुट सहायता, खरीद व्यवस्था, फसलों के प्रसंस्करण में किसानों की सहायता करना और यह सुनिश्चित करना शामिल है कि किसानों को विशेषज्ञों की विशेषज्ञता का लाभ मिले।
6. अज़ीज़ अखन्नौच मोरक्को के बने नए प्रधानमंत्री
अज़ीज़ अखन्नौच को मोरक्को देश के राजा मोहम्मद VI द्वारा मोरक्को के नए प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। अखन्नौच की नेशनल रैली ऑफ इंडिपेंडेंट्स (National Rally of Independents - RNI) पार्टी ने 10 सितंबर, 2021 को हुए संसद चुनाव में 395 सीटों में से 102 सीटें हासिल कीं।
इस नियुक्ति से पहले, 60 वर्षीय अखन्नौच, 2007 से 2021 तक कृषि मंत्री थे। यह घोषणा संसदीय चुनावों में अखन्नौच की नेशनल रैली ऑफ इंडिपेंडेंट (आरएनआई) पार्टी की जीत के बाद हुई।
प्रो-बिजनेस आरएनआई संसद की 395 सीटों में से 102 सीटें हासिल करने में सफल रही, जिसने उदारवादी इस्लामिस्ट जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी (Islamist Justice and Development Party - PJD)
को पछाड़ दिया, जिसने 13 सीटों पर जीत हासिल की।
मोरक्को, आधिकारिक तौर पर मोरक्को राजशाही, उत्तर अफ़्रीका का एक देश है। उत्तरी अफ़्रीका में रोमन प्रांत रहे इस प्रदेश में मध्यकाल में एक अफ़्रीकी मूल के वंश का शासन रहा जिस पर इस्लामिक प्रभाव दसवीं सदी से पड़ता गया।
आज यह देश मुस्लिम है जिसकी भाषा अरबी है। यहाँ की अरबी अफ़्रीकी मिश्रित है। रबात यहाँ की राजधानी और कासाब्लांका आर्थिक केन्द्र है।
7. जीव मिल्खा सिंह दुबई गोल्डन वीजा पाने वाले बने दुनिया के पहले गोल्फर
स्टार भारतीय गोल्फर जीव मिल्खा सिंह खेल में अपनी उत्कृष्ट उपलब्धियों के सम्मान में प्रतिष्ठित 10 वर्षीय दुबई गोल्डन वीजा प्राप्त करने वाले दुनिया के पहले पेशेवर गोल्फर बन गए हैं।
49 वर्षीय जीव का दुबई के साथ लंबा जुड़ाव रहा है, उन्होंने कई टूर्नामेंटों में भाग लिया और शहर में कई दोस्त बनाए। 2001 के दुबई डेजर्ट क्लासिक के दौरान, जीव ने उस समय एक विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया था, जब उन्होंने चार राउंड पूरे किए थे, जबकि छठे स्थान पर रहते हुए उन्होंने केवल 94 पुट के साथ पूरा किया था।
यूरोपीय टूर पर चार खिताब, जापान गोल्फ टूर पर चार और एशियाई टूर पर छह खिताब जीतने वाले जीव को एक विशिष्ट पेशेवर एथलीट होने के लिए 10 साल का 'गोल्ड कार्ड (Gold card)' मिला है।
दुबई ने जिन अन्य खिलाड़ियों को गोल्डन वीजा दिया है उनमें फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो, पॉल पोग्बा, रॉबर्टो कार्लोस, लुइस फिगो और रोमेल लुकाकू, टेनिस सुपरस्टार नोवाक जोकोविच, भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और उनके पति और पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक शामिल हैं। बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान और संजय दत्त को भी वीजा मिल गया है।
8. डेनियल मेदवेदेव ने जीता यूएस ओपन 2021 पुरुष एकल का खिताब
सितंबर, 2021 में पुरुष वर्ग में डेनियल मेदवेदेव ने न्यूयॉर्क के आर्थर ऐश स्टेडियम में यूएस ओपन 2021 पुरुष एकल फाइनल में नोवाक जोकोविच को 6-4, 6-4, 6-4 से हराकर अपनी पहली ग्रैंड स्लैम ट्रॉफी जीती है। महिला वर्ग में, ग्रेट ब्रिटेन की टेनिस खिलाड़ी एमा रादुकानु ने कनाडा की लेला एनी फ़र्नांडिज़ को हराकर 2021 यूएस ओपन महिला एकल का फाइनल खिताब जीता।
2021 यूएस ओपन के लिए कुल पुरस्कार राशि 57.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो 2019 में 57.2 मिलियन अमेरिकी डॉलर से थोड़ी अधिक है। 2020 के संस्करण में कुल पुरस्कार राशि 53.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर थी क्योंकि कोई प्रशंसक नहीं होने के कारण राजस्व का नुकसान हुआ था।
जोकोविच के पास साल 1969 के बाद कैलेंडर ग्रैंड स्लैम पूरा करने वाले वह पहले पुरुष खिलाड़ी बनने का मौका था। रॉड लीवर ने 1969 में सत्र के सभी चारों ग्रैंडस्लैम जीते थे और स्टेफी ग्राफ 1988 में ऐसा करने वाली महिला खिलाड़ी थीं।
इस साल फरवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन, जून में फ्रेंच ओपन और जुलाई में विम्बलडन खिताब जीतने वाले जोकोविच शानदार फॉर्म में भी नजर आ रहे थे, मगर यूएस ओपन के फाइनल में मेदवेदेव ने पहला सेट जीतने के बाद पूरे मुकाबले पर भी अपना दबदबा बना लिया।
विभिन्न श्रेणियों में विजेताओं की सूची
1. पुरुष एकल- डेनियल मेदवेदेव (विजेता), नोवाक जोकोविच (उपविजेता)
2. महिला एकल- एमा रादुकानु (विजेता), लेला एनी फ़र्नांडिज़ (उपविजेता)
3. पुरुष युगल- राम/सैलिसबरी (विजेता), जेमी मरे/ब्रूनो सोअरेस (उपविजेता)
4. महिला युगल- स्टोसुर/झांग (विजेता), कोको गौफ/ मैकनेली (उपविजेता)
5. मिक्स्ड डबल्स- क्रॉक्ज़िक/सैलिसबरी (विजेता), गिउलिआना ओल्मोस/मार्सेलो एरिवालो (उपविजेता)
9. उत्तराखंड में खोली गई भारत की सबसे बड़ी ओपन एयर फ़र्नरी
हाल ही में उत्तराखंड के रानीखेत में भारत की सबसे बड़ी ओपन-एयर फ़र्नरी (open-air fernery) का उद्घाटन किया गया है। नया केंद्र 'फर्न प्रजातियों के संरक्षण के साथ-साथ' उनकी पारिस्थितिक भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करने और आगे के शोध को बढ़ावा देने के दोहरे उद्देश्य की पूर्ति करेगा।
फर्नेरी बड़ी संख्या में फ़र्न प्रजातियों का घर है, जिनमें से कुछ राज्य के लिए स्थानिक हैं, कुछ औषधीय महत्व रखते हैं जबकि कुछ खतरे वाली प्रजातियां हैं जो देखभाल और संरक्षण की मांग करती हैं।
फ़र्नरी में फ़र्न प्रजातियों का सबसे बड़ा संग्रह है, जो केवल जवाहरलाल नेहरू ट्रॉपिकल बॉटनिकल गार्डन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (Tropical
Botanical Garden and Research Institute - TBGRI), तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram)
के बाद दूसरे स्थान पर है।
हालांकि, यह प्राकृतिक परिवेश में देश की पहली ओपन-एयर फ़र्नरी है जो किसी पॉली-हाउस/शेड हाउस के अंतर्गत नहीं है। रानीखेत फ़र्नरी में लगभग 120 विभिन्न प्रकार के फ़र्न हैं, जो 1,800 मीटर की ऊँचाई पर चार एकड़ भूमि में फैले हुए हैं। यह सुविधा केंद्र सरकार की प्रतिपूरक वनरोपण प्रबंधन निधि प्रबंधन और योजना प्राधिकरण (CAMPA)
योजना के तहत उत्तराखंड वन विभाग के अनुसंधान विंग द्वारा तीन साल की अवधि में विकसित की गई है।
10. तमिलनाडु सुब्रमण्यम भारती की पुण्यतिथि पर मनाएगा महाकवि दिवस
स्वतंत्रता सेनानी और महान कवि ‘सुब्रमण्यम भारती’ की 100वीं पुण्यतिथि को चिह्नित करने हेतु तमिलनाडु सरकार ने 11 सितंबर को 'महाकवि' दिवस के रूप में घोषित किया है। माना जाता है कि तमिल कविता और गद्य में भारती के अभिनव योगदान ने 20वीं सदी में तमिल साहित्य में पुनर्जागरण को जन्म दिया।
उन्होंने अंग्रेज़ी में भी व्यापक स्तर पर लिखा, हालाँकि उन्हें अंग्रेज़ी के लिये काफी कम प्रसिद्धि मिली। सुब्रमण्यम भारती का जन्म 1882 में सी. सुब्रमण्यम के रूप में ‘एट्टायपुरम’ में हुआ था, जो कि वर्तमान तमिलनाडु के ‘थूथुकुडी’ में स्थित है।
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वाराणसी से प्राप्त की थी। वह मात्र 11 वर्ष के थे, जब एट्टायपुरम के तत्कालीन राजा ने उनकी कविता से प्रभावित होकर उन्हें 'भारती' की उपाधि दी थी, जिसका अर्थ है ‘देवी सरस्वती का आशीर्वाद’।
यद्यपि उनकी कुछ सबसे प्रसिद्ध कृतियाँ उनकी मातृभाषा तमिल में हैं, किंतु माना जाता है कि सुब्रमण्यम भारती को तीन विदेशी भाषाओं सहित 14 भाषाओं में प्रवीणता प्राप्त थी। उन्होंने बाल विवाह के विरुद्ध चिंता ज़ाहिर की और ब्राह्मणवाद की समाप्ति तथा धार्मिक सुधार की वकालत की। उन्हें अपने लेखन के कारण ब्रिटिश सरकार की कार्यवाही का सामना करना पड़ा और अपना अधिकांश जीवन निर्वासन में बिताया।
बाद में वह पांडिचेरी (वर्तमान पुद्दुचेरी) चले गए, जो कि उस समय फ्राँसीसी शासन के अधीन था। वहाँ उन्होंने साप्ताहिक पत्रिकाओं का संपादन और प्रकाशन किया। वर्ष 1921 में 38 वर्ष की अल्प आयु में उनका निधन हो गया।